उड़ीसा में क़र्ज का बोझ किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. आत्महत्या करने वाले किसानों की तादाद बढ़ती ही जा रही है. सूखे की मार ने उन्हें क़र्ज लेने पर मजबूर किया और क़र्ज ने ख़ुदकुशी करने पर. इसके उलट राज्य सरकार, इस कड़वी सच्चाई को झुठलाने में जुटी है.