राष्ट्रीय पंचायत दिवस के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में उस वक्त अजीब सी स्थिति पैदा हो गई जब लखनऊ से आई एक महिला पंचायतकर्मी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भाषण के बीच में ही रोक डाला और हिंदी में संबोधित करने के लिए उनकी तारीफ की.