पापा मंत्री हों तो बेटों के कारोबार में तरक्की के पंख लग जाते हैं. जैसे-जैसे पापा का ओहदा बढ़ा बच्चों की बांछें भी खिलती गईं. दुनिया में कितनी मंदी आई, कितने लोगों को नुकसान हुआ, कितने धंधे चौपट हो गए लेकिन पवन बंसल के बेटों और बीवी की कंपनी कौड़ी से करोड़ों में खेलने लगी. इस रिपोर्ट को देखकर आप बोल उठेंगे पापा हों तो पवन बंसल जैसे.