प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने भाषण में पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम तो नहीं लिया, लेकिन कड़ा संदेश जरूर दिया. भारत के किसी भी नेता को सुनने के लिए ऐसी बेताबी अमेरिकी में कभी नहीं देखी गई. लोकप्रियता का ऐसा विस्तार भारत के किसी भी नेता को मयस्सर नहीं हुआ. ऐसा लग रहा था जैसे एक भारत मोदी के पीछे-पीछे अमेरिका में आकर आबाद हो गया है.