खादी ग्रामोद्योग (KVIC) के कैलेंडर और डायरी में महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर विवाद गर्मा गया है. कांग्रेस ने इस मामले में जहां प्रधानमंत्री से मांगने की मांग की, वहीं बीजेपी ने इस संबंध में सफाई दी कि पीएम मोदी बापू के विचारों का प्रसार तथा खादी को बढ़ावा देते रहे हैं.वहीं KVIC के कई कर्मचारी इसे राष्ट्रपिता का अपमान मान रहे हैं और उनमें से कुछ गुरुवार को लंच टाइम के दौरान मुंह पर काली पट्टी बांधे दिखे. हालांकि KVIC के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना का कहना है कि मोदी की इस तस्वीर में कुछ भी गलत नहीं है और गांधीजी की इस मशहूर तस्वीर में पहली बार बदलाव नहीं हुआ है.वहीं महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने इस मामले में तीखे तंज कसे. उन्होंने कहा, 'अब वक्त आ गया है कि बापू अब KVIC को राम-राम कह दें'. तुषार गांधी का कहना है कि यूं भी KVIC ने खादी और बापू दोनों की विरासत को कमजोर ही किया है. लिहाजा मोदी को चाहिए कि वो इस कमीशन को निरस्त कर दें.