2019 के आम चुनाव में एक बार फिर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुद्दा विकास रहने वाला है. लेकिन इस बार चनौतियां हैं. 2014 में सबका साथ सबका विकास नारे के साथ मोदी ने यूपीए के भ्रष्टाचार को खुलकर उजागर किया. लेकिन वो सत्ता में हैं और सवाल उनसे पूछे जा रहे हैं. चुनाव से पहले नीरव मोदी के नाम पर ही सही, भ्रष्टाचार का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है.