एमसीडी के दंगल के लिए अखाड़ा तैयार है. सियासी पहलवानों ने अपना-अपना दांव चलना शुरू कर दिया है. बीजेपी के लिए एमसीडी की सत्ता बचाने की चुनौती है, तो आम आदमी पार्टी के लिए साख का सवाल है. उधर कांग्रेस अपनी जमीन बचानी की जद्दोजहद में है.एमसीडी चुनाव सभी दलों के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि सभी दलों के मुखिया इस इलेक्शन में कूद पड़े हैं. शनिवार को अमित शाह ने तो बाकायदा सातों सांसद और केंद्रीय मंत्रियों के साथ एमसीडी चुनाव का बिगुल फूंका.