कहते हैं राजनीति में एक हफ्ते का वक्त भी लंबा होता है, क्योंकि समीकरण कहीं भी बिगड़ सकते हैं. दिल्ली में 13 दिन के बाद चुनाव होने हैं पर अन्ना और केजरीवाल के बीच जो चल रहा है वो थमने का नाम नहीं ले रहा.