एफडीआई को लेकर सरकार के खिलाफ ममता बैनर्जी के अविश्वास प्रस्ताव पर कवायद तेज हो गई है. सबसे बड़ी बात ये कि सरकार को समर्थन दे रही है डीएमके ने भी उनकी टेंशन बढा दी है. करुणानिधि का कहना है कि रिटेल में एफडीआई का समर्थन उनकी पार्टी नहीं कर सकती. ममता के प्रस्ताव पर जयललिता ने भी समर्थन किया है. उधर सरकार को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी का भी कहना है कि एफडीआई के मुद्दे पर वह सरकार के साथ नहीं है.