बाबरी कांड की बरसी पर सियासी कर्मकांड हर साल होते रहे हैं, लेकिन इस बार लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामला थोड़ा ज़्यादा संजीदा है. यूपी सरकार ने बाबरी कांड पर धरना-प्रदर्शन या जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन पार्टियों का इरादा कुछ और है.