उपाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि राजनीति में भ्रष्टाचार है और मेरी पार्टी भी दूध की धुली नहीं है.