महाराष्ट्र की जनता मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों में उलझी है और राजनेता इस पर अपनी सियासत चमका रहे हैं. पहले उद्वव ठाकरे ने मलेरिया के बहाने मराठी कार्ड खेला, अब स्वास्थ मंत्री अपने विभाग की नाकामयाबी का ठिकरा आम जनता के सिर फोठ रहे हैं.