मनमोहन के अस्पताल में भर्ती होते ही, प्रणव मुखर्जी के कंधों पर बोझ बढ़ गया. विदेश मंत्री तो थे ही अब देश की बागडोर भी थामनी होगी. प्रधानमंत्री ने आदेश दिया कि उनके सारे फैसले कैबिनेट कमिटी ऑफ पॉलिटिकल अफेयर्स (सीसीपीए) लेगी और इसके अध्यक्ष प्रणब मुखर्जी होंगे.