राहुल गांधी और प्रियंका ने जापान के बौद्ध मेडीटेशन गुरू तिनहात हेन से ध्यान की कलाएं सीखीं. गुरू तिनहात का कहना है कि अगर हम अपने अंदर शांति महसूस करेंगे तो दुनिया में भी शांति होगी. अपने शांति के संदेशों के लिए 82 वर्षीय तिनहात नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित हो चुके हैं.