राज ठाकरे की जुबान कई हफ्तों से बंद थी. लेकिन जब उनकी जुबान फिर खुली तो आदतन उससे जहरीले स्वर ही निकले. इस बार राज ठाकरे के निशाने पर हिंदी और अंग्रेजी मीडिया भी है.