राज ठाकरे ज़हर उगलना नहीं छोड़ सकते. वो जब भी बोलते हैं परप्रांतियों के खिलाफ ज़हर उगलते हैं. ठाणें में यूपी दिवस के मौके पर उन्होंने रैली का आयोजन किया और एक बार फिर वही बातें दुहराई जो अबतक वो सैंकड़ों बार दुहारा चुके हैं. मुंबई हमलों पर भी वो राजनीति करने से बाज़ नहीं आए.