राजस्थान में आरक्षण का पिटारा खुला तो सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्ष में बैठी बीजेपी दोनों ने सियासी पत्ते फेंटना शुरू कर दिया है. दोनों इसे अपनी कामयाबी बताने में जुटे हुए हैं. जबकि इस तरफ़ किसी की नज़र नहीं है कि संविधान 50 फ़ीसदी से ज़्यादा आरक्षण को मंज़ूरी नहीं देता.