अफसोस.....यही सच है. एक ऐसा सच जो सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या बच्चों की नादानी की सज़ा मौत भी हो सकती है? एक ऐसा सच...जो झकझोर कर रख देता है कि क्या कोई मां-बाप अपनी ही बेटी का कत्ल करने के बाद पूरे साढ़े पांच साल तक इतनी बेहतरीन एक्टिंग भी कर सकता है? पूरा देश सहमे दिल से इस फैसले का इंतजार कर रहा था. फैसला आया......पर और भी सहमा गया.