राजनाथ सिंह ने हुर्रियत नेताओं पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उनका जम्हूरियत, इंसानियत और कश्मीरियत में भरोसा नहीं है. बातचीत के लिए हमारे दरवाजे ही नहीं बल्कि रोशनदान भी खुले हुए हैं.