योगगुरु रामदेव जो कुछ भी कहते हैं पूरी बेबाकी से कहते हैं. लेकिन भ्रष्टाचार और कालाधन मामले पर देशभर में अलख जगाने निकले बाबा रामदेव ने मुजफ्फरनगर विरोधियों पर निशाना कसने के लिए कविता पढ़ डाली.