योग गुरु बाबा रामदेव ने आज तक के कुंभ रथ पर कई मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुझे कोई पुरस्कार नहीं चाहिए लेकिन संतों को सम्मान मिलना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि 70 वर्ष में एक भी हिन्दू सन्यासी को पुरस्कार क्यों नहीं मिला, क्या हिन्दू सन्यासी होने की वजह से भारत रत्न नहीं मिलता. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सन्यासी को मिलता भारत रत्न तो पक्षपात नहीं लगता. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में तुलना का पक्षधर नहीं हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 से ज्यादा बड़े फैसले लिए. मोदी जी जो करना चाहते थे उसमें बहुत बाधाएं आईं. मोदी जैसा ओज और पराक्रम कम लोगों में है. साथ ही उन्होंने गडकरी की भी तारीफ की और कहा नितिन गडकरी क्रियाशील और विवेकशील नेता हैं.