दिल्ली के दशहरा में इस बार एक और खास चीज होने जा रही है. दिल्ली के सबसे पुराने लाल किला के तीन रामलीला धार्मिक रामलीला कमेटी, नवश्री धार्मिक रामलीला कमेटी और लव कुश रामलीला में रावण दहन के समय पटाखों का इस्तेमाल नहीं होगा. इसके साथ ही रामलीला मैदान में हर साल की तरह बड़े पैमाने पर रावण दहन की तैयारी है. इस बार रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले तो होंगे ही बुराई की प्रतीक का एक चौथा पुतला भी होगा, सिंगल यूज प्लास्टिक का. दिल्ली में प्रदूषण के गिरते स्तर को देखते हुए इको फ्रेंडली त्योहार मनाने का चलन जोर पकड़ रहा है.