जाटों को आरक्षण के मामले राजनीतिक पार्टियों से मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है. राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष अजीत सिंह और राज्यसभा के पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने सरकार के इस फैसले को सही ठहराया है, वहीं बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस इस अध्यादेश की आड़ में अपनी 10 साल की नाकामियों को छुपाना चाहती है.