लेखक और जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर का कहना है कि देश में क्षेत्रीय भाषाओं के होने या न होने पर विचार किया जाना जरूरी है. हमारी अपनी भाषा कितनी और क्यों जरूरी है, इस पर बात करना दिलचस्प होगा.