नवाज शरीफ भारत आएंगे या नहीं इसकी पुष्टि शनिवार को होगी. लेकिन विदेश मंत्रालय की ओर से नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने का न्योता भारत-पाक संबंधों के लिए अहम माना जा रहा है. इतिहास गवाह है कि नवाज शरीफ ने भले ही सामने से दोस्ती का हाथ बढ़ाया हो. लेकिन पीठ पीछे भारत को खंजर ही भोेंका है.