एक हीरे की चमक ही कई लोगों के ईमान को डगमगा देती है और अगर हीरे से भरा एक पूरा पैकेट मिल जाए, तो शायद बड़े से बड़े ईमानदार की भी नीयत डोल जाए, लेकिन सूरत में एक पिता-पुत्र ने बीच रास्ते मे मिले, लेकिन पैकेट मिलने के बाद जब तक इन 50 लाख के हीरों को उन्होंने उसके मालिक को नहीं लौटाया, तब तक उन्हें चैन नहीं मिला. पिता-पुत्र की इस ईमानदारी के किस्से अब सूरत में मिसाल के तौर पर पेश किए जा रहे हैं.