रुचिका का केस नाइंसाफी की लंबी फेहरिस्त है. नाइंसाफी पूरे सिस्टम की और उस स्कूल की भी, जिसमें वो पढ़ा करती थी. केस के फैसले में देरी के खिलाफ पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है और स्कूल के खिलाफ एक जांच टीम बैठा दी गई है.