आडवाणी का प्रधानमंत्री बनने का सपना कहीं सपना ही ना रह जाए. भाजपा में अंदरूनी अनुशासन इस कदर बिखरती जा रही है कि जिसे जो इच्छा होती है, वो बोल देता है. भैरोसिंह शेखावत को लेकर पार्टी अभी उलझी ही हुई थी कि शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अपनी जुबान खोल दी.