प्रद्युम्न ने मदर्स डे पर अपनी मां को चिट्ठी लिखी थी. उसमें लिखा था कि तुम्हारी डांट में भी प्यार छलकता है मां. चिट्ठी की ये आखिरी लाइनें बहुत कुछ कहती हैं. प्रद्युम्न अपनी मां से कितना प्यार करता था ये उसकी चिट्ठी की हर लाइन से झलकता है.