जिसका खून बहा, उसे भनक तक नहीं लगी और दुनिया भर में मच गया हल्ला. कुछ ऐसा ही हुआ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की ज़िंदगी की तस्वीरों से भरी किताब 'तेंदुलकर ओपस' के साथ. ये चर्चा जंगल में आग की तरह फैली थी कि किताब में सचिन के खून का इस्तेमाल हुआ है जबकि खुद सचिन ही ऐसी खबरों से बेखबर थे. सचिन ने कहा है कि किताब में उनका खून नहीं है.