फर्जी बाबाओं के मामलों से संत समाज भी परेशान है. द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद को लगता है कि ऐसे अपराधियों के नाम के साथ बाबा या साधु लिखने से सच्चे साधुओँ का अपमान हो रहा है तो बाबा रामदेव तो ऐसे ढोंगियों के लिए मौत की सजा तक की मांग कर रहे हैं.