सरबजीत का परिवार पाकिस्तान में दाखिल हो गया है. पूरा परिवार वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान गया है. पाकिस्तान रवानगी से पहले सरबजीत के परिवार ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और सरबजीत की सलामती के लिए दुआएं मांगी.