सरबजीत के लिए 22 सालों तक उनकी बहन दलबीर ने संघर्ष किया. सरबजीत को पाकिस्तान से रिहा कराने के लिए दलबीर ने भारतीय हुक्मरानों से लेकर पाकिस्तानी राजनेताओं से गुहार लगाती रहीं. लेकिन उनके आक्रोश का अंजाम बहुत दुखद हुआ.