जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव भी समाजशास्त्र का पाठ पढ़ाने लगे तो ऐसा बोल गए कि विवाद खड़ा हो गया. खाप पंचायत के तालीबानी फैसलों के समर्थन में शरद यादव ने तर्क भी दिए और तर्क भी ऐसे कि जिसे सुनकर मन में सवाल उठ जाएं कि जब हमारे नेता ही ऐसा सोचते हैं तो फिर लोग कैसे इंसाफ के बारे में सोच सकते हैं.