हरिद्वार में सूर्यग्रहण के खत्म होते ही लाखों की तादाद में लोग पवित्र पापिणी गंगा में स्नान करने के लिए जुटे. शुद्धिकरण के बाद मंदिरों के कपाट भी खुल गए.