कई दिनों से अंदर ही अंदर सुलग रहे अखिलेश यादव ने पार्टी पर कब्जे की आधिकारिक घोषणा कर दी है. अपने ही बेटे के हाथों मुलायम अध्यक्ष पद से बेदखल हुए. अखिलेश खुद पार्टी के अध्यक्ष बन गए और मुलायम सिंह को बीजेपी के लालकृष्ण आडवाणी की तरह मार्गदर्शक के पद पर बिठा दिया. इतना ही नहीं अखिलेश का चाबुक चाचा शिवपाल और अमर सिंह पर भी चला.