आज केंद्र और कई राज्यों की सत्ता में काबिज बीजेपी किसी जमाने में लोकसभा में सिर्फ दो सीटों की पार्टी थी. छह अप्रैल 1980 में जनसंघ के गर्भ से निकली बीजेपी के राजनीति सफर की कहानी बेहद रोचक है. 1980 में अटल बिहारी वाजपेयी ने भविष्यवाणी की थी कि अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा. आखिरकार 37 साल बाद अटल का सपना साकार हुआ. हालांकि इस दौरान बीजेपी को तमाम उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा. आज बीजेपी पूरी तरह उत्साह से भरी हुई है. इसके खिले कमल में 11 करोड़ कार्यकर्ताओं का जज्बा समाया हुआ है. देखिए बीजेपी की कहानी..........