पहले गुनाह करो और फिर धौंस दो, पाकिस्तान का यही चरित्र है. जवानों की बर्बर हत्या के बाद से ही पाकिस्तान लगातार युद्धविराम का उल्लंघन करता आ रहा है. अब उसने भारतीय उच्चायुक्त को तलब कर नाराजगी जताई, ट्रकों की आवाजाही बंद की, पुंछ से रावलकोट जाने वाली साप्ताहिक बस सेवा रोकी. आखिर इन सब के पीछे पाकिस्तान की मंशा क्या है?