जनताना सरकार के नाम पर सालों साल से गरीब आदिवासियों को बेवकूफ बनाने में जुटे नक्सलियों को सबसे ज्यादा डर रोशनी से लगता है. वो रोशनी जो विकास कार्यों के जरिए उनकी गहरी अंधेरी गुफाओं में घुसकर उनका बदसूरत स्याह चेहरा गरीब जनता के सामने उजागर कर देती है. इसीलिए रोशनी के हर चिराग को बुझा देने के लिए नक्सली हर दम अमादा रहते हैं. सुकमा में भी यही हुआ.