सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने से पाकिस्तान इसलिए बौखलाया है क्योंकि वो दुनिया की नज़रों में एक बार फिर बेनकाब हुआ है..साथ ही सलाहुद्दीन पर शिकंजा कश्मीर में पाकिस्तानी साजिशों को भी बड़ा झटका है..लेकिन मोदी और ट्रंप की मुलाकात के बाद ये साफ हो गया कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ दोनों नेताओं की नीति ज़ीरो टॉलरेंस की है.