ये बच्चों का खेल तो नहीं था लेकिन, इस खेल में बच्चों की जान जा सकती थी. तमिलनाडु के एक स्कूल में ये खेल खेला तो गया बहादुरी के नाम पर लेकिन, इसे देखकर डर लगता है. इसमें रोमांच कम मासूमों के खिलाफ क्रूरता ज्यादा दिखाई पड़ती है.