मुस्लिम महिला बेपर्दगी में मर्दों के साथ निजी या सरकारी नौकरी नहीं कर सकती है. ऐसी नौकरी से हुई कमाई हराम है. ऐसा फतवा जारी किया है दारूल उलूम देवबंद ने. लखनऊ के नदवा स्कूल ने भी इसका समर्थन किया है पर सुन्नी धर्मगुरू खालिद रशीद फिरंगीमहली ने इसे गलत बता एक बड़ी बहस को दिशा दी है.