न संविधान, ना क़ानून, पंचायतों पर किसी का ज़ोर नहीं. ताज़ा मामला राजस्थान का है. बाड़मेर के 20 परिवारों का हुक्का-पानी पंचायत ने बंद कर दिया है. मामला फ़िर वही, शादी का. पीड़ित परिवार की लड़की, दूसरी बिरादरी में ब्याह दी गई, जिस पर पंचों ने ऊल-जुलूल फ़रमान जारी कर दिया.