बाबरी मस्जिद विध्वंस की 25वीं वर्षगांठ से पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा, राम मंदिर हमारी अस्था का विषय है. राम मंदिर बनना चाहिए और यह बात कोर्ट ने भी कही है कि वहां पर राम मंदिर है, लेकिन जमीन किसकी है यह फैसला होना है. सभी साक्ष्य कोर्ट में पेश हो रहे हैं. एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते 6 दिसंबर पर मैं कोई स्टेटमेंट नहीं दूंगी. उमा भारती ने कहा, इस देश में यह एक ऐसा मामला है, जिसको समाधान की तरफ ले ही जाना है. समाधान के दो ही रास्ते हैं या तो आपसी बातचीत से हो, या फिर जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला हो उसको मान लिया जाए. क्योंकि यह जो मामला है इस बात का नहीं है कि वहां पर राम पैदा हुए थे कि नहीं, सारी लडाई इस बात की है कि वहां राम जन्म भूमि थी.