देवालय से शौचालय की तुलना करके बुरी तरह फंस गए हैं नरेंद्र मोदी. वीएचपी तो खफा है ही संत समाज भी मोदी से नाराज हो गया है. अयोध्या से लेकर वाराणसी तक सभी संतों ने मोदी के बयान को सिरे से गलत ठहराया है.