उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में सभी दलों ने अपने लंबे चौड़े वादों का घोषणापत्र जारी किया. लेकिन जब बीच चुनाव में पहुंचे तो मुद्दा छोड़ जानवरों की व्याख्या होने लगी. गाय, बैल, गैंडा से होते हुए अब बात गधे तक पहुंच गई है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गुजरात के गधे वाले बयान के बाद सवाल है कि क्या यूपी चुनाव में जंगल राज आ गया है.उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति का ये गधा कांड है, जिसने यूपी के साथ गुजरात की सियासत में भी उबाल ला दिया है. यूपी के विधानसभा चुनावों में जानवरों की चर्चा का ये एक्सटेंशन है. विशेष में पेश है उत्तर प्रदेश के चुनावी घमासान में उतरी जंगल की सचित्र कथा.