ओबामा को भारत बुलाकर नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर खुद को कूटनीति का किंग साबित कर दिया है. सवाल ये है कि आखिर ओबामा के आने से भारत को क्या मिलेगा और ओबामा बुलाकर भारत ने दुनिया को क्या संदेश दिया है?