नरेंद्र मोदी के नाम पर उनके समर्थकों का सैलाब उमड़ आता है. रैलियों में रेला पहुंच जाता है, लेकिन एक सच ये भी है कि एक बड़ा तबका मोदी के सामने खुद सवाल बनकर खड़ा हो जाता है. बारह साल पुराने दंगों का साया उनका पीछा नहीं छोड़ता. हद तो ये है कि जिन नरेंद्र मोदी को अदालत दंगों में क्लीनचिट देती है, उन्हीं मोदी को देश का प्रधानमंत्री विनाशकारी करार देता है.