अगर सब कुछ ठीक रहा तो लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार फिर से दोस्त बन जाएंगे. लालू प्रसाद यादव ने ऐसे ही संकेत दिए हैं, लेकिन खास बात यह कि जब लालू यह कह रहे थे ठीक उसी वक्त नीतीश के उत्तराधिकारी जीतन राम मांझी उन्हें 'सांपनाथ' बता रहे थे.