Viral Jokes in Hindi: जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया. ऐसे में चुट्कुले हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं.
टीचर- तुम तो पढ़ाई में बहुत कमजोर हो,
मैं तुम्हारी उम्र में गणित के इससे भी कठिन सवाल हल कर लेता था.
सोनू- आपको अच्छे टीचर मिल गए होंगे सर,
सबकी किस्मत इतनी अच्छी नहीं होती...
एक बुढ़िया अम्मा को एक भिखारी मंदिर के बाहर मिला...
भिखारी - भगवान के नाम पर कुछ दे दो मां जी,
चार दिन से कुछ नहीं खाया।
बुढ़िया 500 का नोट निकालते हुए बोली - 400 खुले हैं?
भिखारी - हां हैं मां जी
बुढ़िया - तो उससे कुछ लेकर खा लेना...
टीचर ने साइंस लैब में अपनी जेब से सिक्का निकाला और एसिड में डाला,
फिर बच्चों से पूछा कि ये सिक्का घुल जाएगा या नहीं
बच्चा- सर, नहीं घुलेगा।
टीचर- शाबाश, लेकिन तुम्हें कैसे पता?
बच्चा- सर अगर एसिड में डालने से सिक्का घुलता, तो आप सिक्का हमसे मांगते, ना कि अपनी जेब से निकालते...
सोनू- सर मेरी बीवी 4-5 दिनों के लिए मेरे साथ कहीं घूमने जाना चाहती है, छुट्टी चाहिए.
बॉस - नहीं मिलेगी.
सोनू - थैंक्यू सर, मैं जानता था मुसीबत में आप ही मेरे काम आएंगे...
सोनू अपने दोस्त मिंटू को ज्ञान बांट रहा था
अगर परीक्षा में पेपर बहुत कठिन हो तो…आंखें बंद करो,
गहरी सांस लो और जोर से कहो- ये सब्जेक्ट बहुत मजेदार है
इसलिए अगले साल फिर पढ़ेंगे.
पत्नी:- अजी सुनते हो? हमारी शादी करवाने वाले पंडित जी का देहांत हो गया.
पति:- एक ना एक दिन तो उसे उसके कर्मों का फल मिलना ही था.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल नहीं है).